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आत्मिक शक्ति से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण उद्धरण आत्मा हमारा अस्तित्व

Title: आत्मिक शक्ति से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण उद्धरण

आत्मा हमारा अस्तित्व एवं शक्ति का निर्दाता है। क्योंकि जब हम अपने आत्मा को पहचानते हैं तब ही हम मन, शरीर लेकर आगे बढ़ सकते हैं। आत्मा से जुड़ी एक और खूबी है कि इसे हम देख नहीं सकते लेकिन इसका अनुभव कर सकते हैं। आत्मा से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण उद्धरण हैं जिनसे हम अपनी आत्मिक शक्ति से जुड़े रहते हैं।

1. “आप देखते हैं कि पर्वत बड़े-बड़े बटों से बने हुए होते हैं, लेकिन आप नहीं देखते कि इन बटों के बीच में सोखा हुआ जमीन होती है, जो पर्वतों को जोड़ती है। ठीक वैसे ही आप अपने अस्तित्व के बारे में जानते हैं पर नहीं जानते कि आपको आदर्श क्या होना चाहिए। यही हम अपने आत्मा से जुड़े रहने की शुरुआत कर सकते हैं।” – स्वामी विवेकानंद

2. “आत्मा दुनिया के सभी जखमों को भरती है।” – महात्मा गांधी

3. “हम अपनी आत्मा के बारे में और जान लें तो हम दूसरों के बारे में भी अधिक संवेदनशील होते हैं।” – बुद्ध

4. “आत्मा में जाने बिना ईश्वर का अनुभव संभव नहीं है।” – स्वामी विवेकानंद

5. “आपका शरीर पहाड़ की चोटियों से बदल सकता है, लेकिन आपकी आत्मा कोई नहीं टोड़ सकता।” – महात्मा गांधी

6. “मन से वशीभूत हो जाओ, बार-बार मरना पड़ने से बचो।” – संत गुरु रविदास

7. “आत्मा एक अनंत ज्ञान का स्रोत है जो कभी न्यून नहीं होता।” – बुद्ध

8. “हमें अपनी आत्मा के प्रति कटुता नहीं होनी चाहिए बल्कि हमें शान्ति और ज्ञान की यात्रा करते हुए बढ़ना चाहिए।” – बाबा हरि दास

9. “जब हम आत्मा में रहते हैं तब हम आनंद का भाई होते हैं।” – स्वामी विवेकानंद

10. “आत्मा अटल है, वह न कभी जन्म लेता है और न कभी मरता है।” – श्री कृष्ण

इन सभी उद्धरणों से हमें यह समझ मिलता है कि आत्मा बहुत बड़ी शक्ति होती है। यदि हम इसे पहचानते हैं तो हमारा जीवन भी अधिक सफल होता है। हमें अपने आत्मा को संयमित रखना चाहिए और इसे रोज़ाना तैयार करना चाहिए ताकि हम सबके साथ अधिक संवेदनशील हो सकें।

कागा जी

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