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ध्यान और वैराग्य के महत्व – अमृत बिंदु जब हम

Title: ध्यान और वैराग्य के महत्व – अमृत बिंदु

जब हम इस संसार में आत्म-समर्पण की भावना से जीवन जीते हैं, तब हम असली जीवन को जानते हैं। एक सेवा-भावना से, एक दृष्टिकोण से इस समस्त संसार को देखना शुरू करते हुए, हमें अपनी समस्त ज़िन्दगी को एक उद्देश्य के रूप में देखने में मदद मिलती है।

ध्यान की महत्वता
ध्यान की अत्यंत आवश्यकता हमारी रूचि से अधिक होती है। ध्यान करने से हम अपने मन को शांत करते हैं और समस्त दुनिया के मोह को दूर हटा देते हैं। ध्यान से हम सहज ही शुद्ध सच्चता की अनुभूति करते हैं और भूल जाते हैं कि कुछ भी असच्छ हो सकता है।

वैराग्य की महत्वता
वैराग्य एक अस्थाई सुख हो सकता है, लेकिन यह हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। जब हम वैराग्य का अनुभव करते हैं, तब हम यह समझते हैं कि मनुष्य का असली धन और सुख आत्म विकास होते हुए हैं।

ध्यान और वैराग्य का मिश्रण
जब हम ध्यान और वैराग्य का अनुभव करते हैं, तब हम संतुलित मन और अमित शांति का अनुभव करते हैं। ध्यान और वैराग्य का मिश्रण हमें आत्म-समर्पण के लिए तैयार करता है और हमें समस्त ज़िन्दगी को एक समर्पित दृष्टिकोण से देखने की शक्ति प्रदान करता है।

कुछ प्रसिद्ध स्पिरिचुअल कथाएं हमें ध्यान और वैराग्य की महत्ता समझने में मदद करती हैं। एक ऐसी कहानी है –

“एक बार एक उबलने में उठे गोले में से एक बिंदु विकसित हुआ जो शीशे की तरह स्पष्ट था। सभी अन्य गोले ने इसे मजाक में ले लिया। बिना विचार किए हुए, बिंदु ने खुद से कहा, ‘मैं शीशे जैसा नहीं हूं, मुझे खाक जैसा बनना चाहिए।’ इसे देखकर, सभी अन्य गोले भी खाक जैसे बन गए।”

यह कथा हमें ध्यान और वैराग्य के अनुभव के प्रति उत्साहित करता है। ध्यान और वैराग्य का मिश्रण हमें अपने स्वभाव को समझने में मदद करता है और हमें एक समर्पित और शांत जीवन जीने का मार्ग प्रदान करता है।

वैदिक संस्कृति में ध्यान और वैराग्य को आत्म-विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। वेदों में वैराग्य को स्वयं िहंदू धर्म का मूलभूत सिद्धांत माना गया है। ध्यान और वैराग्य का संयोग हमें अधिक आत्म-जागृति के लिए प्रेरित करता है और हमें ज़िन्दगी के रहस्यों को समझने की शक्ति प्रदान करता है।

ध्यान और वैराग्य के महत्व को समझना महत्वपूर्ण है, जिससे हम एक समर्थ और उद्देश्यपूर्ण जीवन जीते हुए अपने आप को समझे जा सकते हैं। यह साधकों और उनके आंशिक सद्गुणों के लिए एक ऊर्जा स्रोत के रूप में काम करता है, जो उन्हें उन उच्चतम सिद्धों तक पहुँचने में मदद करता है।

कागा जी

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