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रोशनी का सफर एक छोटे से शहर में एक बेटी

Title: रोशनी का सफर

एक छोटे से शहर में एक बेटी थी जिसका नाम रोशनी था। वह अपने माता-पिता के साथ रहती थी जो दिन भर काम में लगे रहते थे। हालांकि, रोशनी का सपना था कि वह एक दिन अपने शहर से बाहर घूमने का मौका पाए।

फिर एक दिन एक मित्र से रोशनी ने सुना कि एक अन्य शहर का मेला होने जा रहा है। वह मेले की झलक देखने के लिए बहुत उत्सुक थी। वह उस दिन अपने दोस्त के साथ घूमने निकली। मेला बहुत शानदार था, उसमें बहुत सारी वस्तुएं, खाने की चीजें थी। वहाँ पहुंचते ही, रोशनी ने जैसे ही सूर्य की रोशनी देखी उसे अपने साथ घूमना चाहती थी।

वह सभी रोशनी की रौशनी देखकर नहीं थकती थी। वह चीजों की कीमत के बारे में नहीं सोचती थी, वह सिर्फ सूरज की रोशनी का लुत्फ देखने के लिए वहाँ थी। उस मेले में, रोशनी ने अपनी पहली सवारी के लिए पैसे खर्च किये। पर वह इतनी खुश थी की उसे वह पैसा कुछ सोचने की जरूरत नहीं पड़ी।

रोशनी के लिए ये सफर अनोखा था। वह अधिक से अधिक रोशनी का लुत्फ लेने के लिए घूमती रही। उसने मेले के सभी मोड़ों का लुत्फ लिया। वह खुश थी जो भी देखती थी वह उसे पसंद आ जाता था। वह आधुनिक टेक्नोलॉजी वाले खिड़कियों से बहुत अधिक प्रभावित थी। उसने कई खेल खेले और कुछ समय बिताया।

चार बज गए थे और मेला बंद होने वाला था। रोशनी ने उस दिन कुछ नया सीखा था। वह जल्दी से गतिशील थी जो उसे इस समय बनाये रखने में मदद करती थी।

वह अपने साथ एक नया दोस्त, जो उसे इस मेले में मिला था, के साथ घर जाने के लिए टैक्सी पर चढ़ गई। वह कुछ ज्यादा पैसे खर्च करके अपने दोस्तों के साथ उस औरत ने कहा कि अगले सप्ताह वे फिर से मेले के लिए जा सकते हैं।

मौसम इसके खिलाफ था क्योंकि उस समय तीखी ठंडी हवाएं चल रही थीं। वह नहीं चाहती थी कि कोई उसे खरीदने के लिए निकट आए इसलिए उसने टैक्सी के ड्राइवर से कुछ दूर गाड़ी रोकने के लिए कहा।

रोशनी ने एक खूबसूरत पर्वत दिखाई दिया। उसने वहाँ बंद गलियों में अपना भाग्य खोजा जहाँ पर वह एक नई दुनिया की तलाश में थी। वह वहाँ भोजन हवाईअड्डे के पास खाई। वह देखती रही कि जैसे सब कुछ उसे नया दिखाई दे रहा है। वह वहाँ कस्टम चेक पास करते लोगों को, ज्यादातर अन्य यात्री थे, संबोधित करती थी और वह एक बहुमूल्य जीवन अनुभव को अनुभव करने के लिए चाहती थी।

उसे याद आता है कि जब वह बचपन में थी तब उसने यह सब सपने नहीं देखें थे। लेकिन, अब उसे एक नयी जीवन और नयी उमंगों का अधिकार था। वह सपनों की मदद से एक पूरी दुनिया के भीतर प्रवेश कर रही थी।

मैं बहुत ख़ुश हूँ कि मैंने इसे सच किया और एक आदर्श व्यक्ति बना दिया।ं

कागा जी

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