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हीरो की तलाश एक गांव में रहता था एक युवक जिसका

हीरो की तलाश

एक गांव में रहता था एक युवक जिसका नाम राम था। वह नौकरी ढूंढ रहा था लेकिन उसे नौकरी नहीं मिल रही थी। उसे करतव्य निभाने का शोक था क्योंकि उसकी माता-पिता की एक ही इच्छा थी कि वह अच्छी नौकरी लगाए और घर का संभाल करें। उसे अपने दोस्त से पता चला कि जंगल में बहुत सारी विदेशी कम्पनियां हैं जो नौकरियां दे रही हैं। इसलिए उसकी यह गरिमा भी हीरो की तलाश में इंग्लैंड की जंगल में छोड़ दी गई थी।

राम की विदेश यात्रा शुरू हो गई थी। जंगल में उसकी आत्मा जिस तरह तरुण विद्यार्थी को फ्लेट्रोन से जुड़ने में रोशनी मिलती है, उसी तरह जंगल में उसे उसकी आर्थिक स्थिति सुधारने की नींव रखाई गई थी। लेकिन जंगल के माहौल की नाईटिव लोगों की ग्राही उस पर हो रही थी। राम की यह संदेहों से भरी भरकम समस्या को देखते हुए उद्यामी एक मधुवन कंपनी के मालिक ने राम को नौकरी दी। इससे पहले कि राम को जंगल से नकारात्मक प्रभाव डाल सके, राम ने नौकरी स्थापित कर ली थी।

राम को मधुवन कंपनी की नौकरी मिली थी। ईमानदारी से काम करता हुआ उस पर उसकी कड़ी मेहनत का फल मिलने लगा। आवश्यक हीरो बन जाने के बाद, एक बार उसे मधुवन में काम करते वक्त एक इंपोर्टेड प्लांटिफायर कम्पनी में नौकरी दी गई।

राम यात्रा जारी रखता था। प्लांटिफायर में नौकरी करते हुए भी वह अपनी एक और इच्छा के बारे में सोचता रहता था। वह एक हीरो बनना चाहता था। प्लांटिफायर कंपनी में काम करते वक्त, एक रुझान देखा था जों उस पर बहुत प्रभाव डालने लगा था। उसे महसूस होता था कि उसे एक शोखिया तरीके से इस रुझान में शामिल होना चाहिए, लेकिन वह नहीं जानता था कि कैसे।

उसका एक नौकर सहायक एक दिन उसे एक मेकापस शॉप के पास लेकर गया। उसने उसको दिखाया कि कैसे मेकअप के जरिए एक हीरो का नया दृश्य। राम ने यह सोचा कि यह बिलकुल सही है।

वह एक नए रूप में दिखने के लिए तैयार था। उसने उस स्थान की खोज शुरू की जहां वह पूरी तरह से जानता था कि एक हीरो के लिए कोई भी संभव है। एक छोटी सी अधिकतम संख्या में उसने अपने पहले सम्मान जीत लिया। यह मानव भाईचारे का सन्देश है कि एक के लिए सब दूसरों के लिए कुछ नहीं हो सकता है।

राम की सफलता की कहानी आगे बढ़ती है जब उसे पता चला कि एक हीरो का बॉडीगार्ड बनने के लिए उसकी पुस्तकें या कुछ नहीं नहीं किया जाना चाहिए। उसने तुरंत एक बॉडीगार्ड का सिट ढूंढ लिया। वह एक प्रतियोगितात्मक क्रमशः शामिल होता चला गया था और हर बार सफल रहता गया।

आखिरकार, एक घंटे में एक काले आदमी ने एक बड़े समूह का आक्रमण किया, जिसे राम ने प्रतिरोध किया। राम ने खुद को एक हीरो के रूप में साबित किया। उसने एक बलात्कारी को हथियार से मार डाला और एक अन्य को पुलिस के सामने सौंपा, जिससे उसने सबूतों के साथ सबूत दिया। उसका वीरता उसके अदम्य आँदोलन के साथ उच्च प्रशंसा के माध्यम से समझाने का काम करता हुआ।

राम की यह साहसिक उपलब्धि असंभव नहीं थी। हर संघर्ष के बाद हम भी एक हीरो बनने के दस्तावेजों को मजबूत करते रहते हैं। इसके लिए, हम जैसे वास्तविक युवाओं को संख्यात्मक प्रतिस्थापन और स्तरों की नकल नहीं करनी चाहिए। हमें एकीकृत होकर खुद को संयमित करना चाहिए। हमारी व्यक्तिगत और सामाजिक जिम्मेदारियों का कुछ नाम शायद हमारी सोच और काम करने का तरीका है। अपनी ताकत और अपने सामाजिक जिम्मेदारियों के साथ एक संतुलन में, हम भी एक हीरो बन सकते हैं।

एक समझदार हीरो हमेशा अपने सुयोगों का समावेश और अपने अगले अवसर के लिए तैयारी करता है। हमें बेहतर संगठन और परिणामों के लिए नयी स्थिति की खोज और प्रमुख अभियोजन की खोज के संबंध में सोचने की आवश्यकता होती है। आखिरकार, हर कार्य का परिणाम एक हीरो ठहराने वाले के बलिदान से निर्भर करता है।

कागा जी

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