अंतरतम का सफर: स्पिरिचुअल उद्धरण
आत्मा अमर होती है, सारी दुनिया बेएक्रोज हो सकती है। – श्री अखण्ड मानवानन्द सरस्वती
मंदिर, मसजिद, चर्च यहाँ तक कि जादूगरी हो जाए, स्वयं को खो बैठता है तो वह परदे की तरह ही रह जाता है। – श्री रविशंकर महाराज
योग हमें अपने आप से मिलाता है, मैं और मेरी आत्मा फर्क समझ में आता है। – श्री बाबा रामदेव
जो इच्छाओं पर विजय प्राप्त करता है, वह दुःख से मुक्त हो जाता है। – श्री कृष्ण
अगर तुम भगवान को नहीं देख पाते, तो समझ लो कि भगवान तुम्हारी नजर में नहीं हैं। – स्वामी विवेकानंद
जो इच्छाएं दुखों की जड़ होती हैं। जब हम उनसे मुक्त हो जाते हैं, तब हम मुक्त हो जाते हैं। – श्री रवि शंकर महाराज
भक्ति करने से सब कुछ होता है, लेकिन उसे अपने आपको समर्पित करना पड़ता है। – संत गौतमदास
भक्ति ही साधना है जिससे हम अपनी आत्मा तक पहुंचते हैं। – श्री बाबा रामदेव
जब आप वाकई में अपनी आत्मा से इंतजार करते हो, तभी आप खुश और प्रसन्न होते हो। – स्वामी अवनि विश्वानंद
जब तक आप खुद को धर्मपाल की तरह नहीं रखते हैं, तब तक आप दुःखी रहोगे। – संत कबीर
जागरूकता अपने समय आने पर ही मिलती है। – श्री अखण्ड मानवानन्द सरस्वती
सफलता और मुक्ति हमें बस धर्म के माध्यम से ही मिलती हैं। – श्री रविशंकर महाराज
देवी-देवताओं से पूजा करने से कुछ नहीं होता है, भक्ति से ही सब कुछ होता है। – संत गौतमदास
सत्य के रास्ते में चलो, जिससे संसार आपका सम्मान करे। – श्री अखण्ड मानवानन्द सरस्वती
दुःख सृष्टि का स्वभाव है, सब कुछ नष्ट होता है, लेकिन इससे हमें दुःखी नहीं होना चाहिए। – श्री रविशंकर महाराज
आप अपनी आत्मा को खो देते हैं, जब आप अपने किसी प्यारे का दोस्त या मित्र बनते हैं। – स्वामी अवनि विश्वानंद
आपकी सभी समस्याओं का समाधान आपकी आत्मा में है। – श्री बाबा रामदेव
भगवान सभी छोटे-छोटे मोहों की वजह से हमें अपनी स्थिति से दूर ले जाते हैं। – संत गौतमदास
आपका विश्वास आपका सबसे बड़ा दुश्मन हो सकता है। धर्म पर अपना विश्वास रखें। – श्री रविशंकर महाराज
आप अपने जीवन में सफल हो सकते हैं, तब जब आप उन लोगों की मदद करते हैं जिन्हें आप पूर्णतः जानते नहीं। – स्वामी अवनि विश्वानंद
उपर्युक्त अनमोल वाक्य हमारे आत्मा को प्रोत्साहन देते हुए हमारे जीवन में स्प्रिचुअल ज्ञान की भरमार करते हैं। ये वाक्य बताते हैं कि चाहे हम धर्म-जात के अनुसार अलग हों, हम सभी एकी हैं और हमारे भगवान भी सभी को एक समान तरीके से देखते हैं। हमारी मुक्ति हमारे आपको समर्पित होने से होती है और हमें हमेशा सत्य के रास्ते में चलते रहना चाहिए।