Title: अपनी जिंदगी के रंग
कुछ समय पहले एक लड़की थी, जिसका नाम नीला था। वह बहुत खुश थी और उसके पास सब कुछ था जो एक कमजोर लड़की के पास नहीं होता था। पर फिर भी उसके जीवन में अचानक एक दिन आया, जब वह अपने जीवन के रंग खो दी।
नीला एक बहुत ही उदार व्यक्ति थी। वह कभी नहीं सोचती थी कि दूसरों से क्या मिल सकता है। उसने कभी नहीं सोचा था कि उसके पास इतनी सारी ताक़त होती है और वह इसे अच्छी तरह से इस्तेमाल नहीं करती है। वह बस अपनी खुशी ही ढूंढती रहती थी। पर ये सब तब तोड़ दिया गया, जब उसकी एक महत्वपूर्ण दोस्त ने उसे धोखा दिया और उसके साथ छोटी सी व्यावसायिक समस्या के चलते नीला ने अपने साथ होने वाले लाभ के बारे में सोचना बंद कर दिया। शुरुआत में उसे लगता था कि वह इस काम में धनराशि कमा लेगी, इस काम में अच्छी माने कोई तकलीफ नहीं होगी, लेकिन बाद में अपने बहुत से प्रश्नों से सामना करने पड़े जैसे कि वह पैसे कमा कर इसे एक दिन अपनी यापदा में बदलने वाली है।
धीमी धीमी दिन बीतते गए। नीला अपने व्यवसाय को संभालने में असमर्थ होती जा रही थी। उसका सब कुछ इतना तंग हो गया था कि उसे अपनी खुशी खो देने का खतरा था। वह खुद से पूछती थी कि कहाँ गलती हो रही है, न कि लड़की होते हुए इससे लेकर उसके सारे जीवन के कार्यों तक के सब बुरे हो रहे हैं।
एक दिन, नीला ने एक व्यवसायिक सम्मेलन में भाग लिया, जहाँ उसे अपने कार्य में सफल होने के लिए सोचने के तरीके सिखाए गए। इसके बाद से नीला ने अपने व्यवसायी क्षेत्र में वापस जमीन अस्त-व्यस्त करना शुरू कर दिया। वह अपने समय के साथ साथ अपने तरीकों में भी कुछ सुधार करती गई। उसका दृष्टिकोण शुद्ध हो गया, उसे तरीकों के साथ साथ समय भी संभालना सीखा दिया था। कुछ ही समय में नीला ने अपने व्यवसाय को फिर से जीत जाने में सफलता हासिल की थी। उसने अपनी खुशी को वापस जीता दिया था। पर उसे यह समझने में कुछ समय लगा था कि एक फेल होने वाली लड़की ने शानदार तरीकों से एक सफल व्यापारी बन जाने में ईमानदारी और दृष्टिकोण जैसी वस्तुओं की महत्वता जान ली। ये सब उसने सीख लिया था।
नीला के सफल होने के बाद, अब उसे चाहिए था कि इस सफलता से अलग रहकर नहीं खुश होना चाहिए। उसे अपनी समस्याओं को उसकी सफलता के साथ-साथ समझने के लिए जमीन देना था। वह जानती थी कि अपनी जिंदगी में अलग-अलग रंग होते रहते हैं, और वह सभी को स्वीकार करती थी।
नीला अब ज्यादा सेहतमंद और खुश हो गई थी। वह एक अच्छी तरह से समझती थी कि उसके सारे अनुभव सही मायनों में एक संदेश हैं, जिनसे वह सीख सकती है। आज वह अपने जीवन के रंगों को समझती हुई अपने लक्ष्य को हमेशा तक अभिवृद्धि करती रहती है।