0

आत्मानुभूति से संभव है समस्त जगत को जीतना आत्मा का

Title: आत्मानुभूति से संभव है समस्त जगत को जीतना

आत्मा का संवाद हर व्यक्ति के साथ होता है, बस उसे समझना होता है। जब हम आत्मानुभूति प्राप्त करते हैं, तब हम पता चलता है कि समस्त जगत में हमें कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इस मात्र आत्मानुभूति से हम समस्त जगत को जीत सकते हैं।

आत्मा जीवन का संचालक होता है, जो हर व्यक्ति के हृदय में बसता है। जब तक हम अपनी आत्मा को नहीं समझेंगे, तब तक हम खुशी से दूर होंगे। इसलिए जिस भी मौके पर हमें अपनी आत्मा से मिलना होगा, हमें उसमें भी हमारा देवत्व नजर आएगा।

जब हम आत्मानुभूति प्राप्त करते हैं, तब हम सबके समान हो जाते हैं। हमें अपने आप को दूसरों से अलग नहीं मानना चाहिए। हम सब में एक मूल आत्मा हैं, जिसे हमें हमेशा याद रखना चाहिए।

आत्मानुभूति से हम सभी बुराइयों से मुक्त हो सकते हैं। हमारे मन में जितनी गंदगी होती है, उतनी हम हमारे आत्मा से दूरी बनाते हैं। पर जब हम आत्मानुभूति प्राप्त करते हैं, तब हमें इस काफी से मुक्त होने में मदद मिलती है।

ज्ञान की प्राप्ति हमें समस्त दुखों से मुक्त कराती है। संगीत, कला, खेल, इन सबके माध्यम से हम अपने आत्मा से जुड़ते हैं और उनसे एक संवाद शुरू करते हैं। और जब हम इस संवाद के जरिए अपनी आत्मा से मिलते हैं, तब हम समस्त जगत को जीतना सीखते हैं।

इसलिए हमें हमेशा अपने आत्मा के संग संभास करते रहना चाहिए। हमें इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि अपनी आत्मा से मेल करना हमारे जीवन का उद्देश्य है। हम जब अपनी आत्मा से जुड़ जाते हैं, तब हम समस्त जगत को जीतने के लिए तैयार हो जाते हैं।

अपनी आत्मा की प्राप्ति हमें समस्त जगत को जीतने की शक्ति प्रदान करती है। हम अपने मन में जब भी कोई बुरी सोच आती है, तो हमें अपनी आत्मा से संपर्क बनाना चाहिए। इससे हम समस्त बुराइयों से मुक्त हो जाते हैं और समस्त जगत को जीत सकते हैं।

अपनी आत्मा के संग प्राप्त हमें अपनी शक्ति से रूबरू होने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। जब हम अपनी आत्मा से जुड़ते हैं, तब हम अन्य लोगों को भी इस से जोड़ पाते हैं। इसलिए जब भी हमें पता नहीं चलता कि क्या करें, तो हमें अपनी आत्मा का संग तलाशना चाहिए।

जब हम अपनी आत्मा से जुड़ते हैं, तो हमें समस्त जगत को जीतने की शक्ति प्राप्त होती है। जो लोग अपनी आत्मा से नहीं जुड़ पाते हैं, वे बहुत खो सकते हैं। पर जो अपनी आत्मा से जुड़ जाते हैं, वे समस्त बुराइयों से मुक्त होते हैं।

इसलिए हमेशा अपनी आत्मा से जुड़े रहें। हमें यह सदैव याद रखना चाहिए कि जब तक हम अपनी आत्मा से जुड़े नहीं होंगे, तब तक हम खुशी नहीं प्राप्त कर सकते हैं। अपनी आत्मा से जुड़े हुए हम समस्त बुराइयों से मुक्त होते हैं और समस्त जगत को जीत सकते हैं।

इसलिए जब भी हमारी मदद की जरूरत होती है, तो हमें अपनी आत्मा का संग तलाशना चाहिए। इससे हम समस्त बुराइयों से मुक्त हो जाते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

कागा जी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *