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आत्मा का संदेश आत्मा हमारा सबसे निर्बाध और स्वतंत्र अंग

Title: आत्मा का संदेश

आत्मा हमारा सबसे निर्बाध और स्वतंत्र अंग है, जो हमें हमारे वास्तविक रूप की जानकारी देता है। इस आत्मा में हमें हमारे पूर्वजों से भी अधिक ज्ञान और शक्ति का संचय होता है। अगर हम इस आत्मा का ध्यान रखें तो हम जीवन में असीमित सुख और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।

आत्मा से जुड़े कुछ महान व्यक्ति ने हमें कुछ योगदान किए हैं जो हमारे जीवन को आनंदमय बनाने में सहायता करते हैं। उनमें से कुछ अद्भुत वचन इस प्रकार हैं:

1. “तेरा वास वहीं है, जो तेरा स्वरूप है।” – स्वामी विवेकानंद
इस वचन से स्पष्ट होता है कि उस परमात्मा का आवास हमारे स्वरूप में है। हमें अपने आत्मा के साथ जुड़ कर उस परमात्मा के साथ संयोग करना चाहिए।

2. “भाव से पहले भजन, भजन से पहले जीत, जीत से पहले ज्ञान, ज्ञान से पहले सेवा, सेवा से पहले साधना, और साधना से पहले समर्पण।” – सत्यसाई बाबा
इस वचन से हमें समझ मिलती है कि हमारे आत्मा का उद्देश्य सेवा और समर्पण में है। हमें अपने जीवन में समर्पण और सेवा के रूप में कुछ न कुछ करना चाहिए।

3. “सुख और दुःख दोनों हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग हैं। इसलिए, हमें सुख के समय में भी हमेशा प्रसन्न रहना चाहिए और दुःख के समय में भी अपने कर्तव्य का पूर्णतया निर्वहन करने की कोशिश करनी चाहिए।” – श्री रविशंकर
इस वचन से हमें यह समझ मिलता है कि हमारी जिंदगी में सुख और दुःख दोनों का हमें सामना करना पड़ता है। हमें अपनी मनोदशा को कंट्रोल में रखकर अपने कर्तव्य का पूर्णतया निर्वहन करना चाहिए।

4. “जीत हमेशा आपकी होती है, जब आप स्थिरता, सदैव अभिवृद्धि और आत्मनिर्भरता से काम करते हैं।” – स्वामी विवेकानंद
इस वचन से समझ मिलता है कि हमारे जीवन में स्थिरता, सदैव अभिवृद्धि और आत्मनिर्भरता बहुत महत्वपूर्ण है। अगर हम इन सब बातों पर ध्यान रखें तो जीत हमारी होती है।

5. “आत्मा हमारे शरीर और मन से अलग होती है। यह न तो शरीर को तबाह करती है और न ही मन को दुखी करती है।” – श्रीमद भगवद गीता
इस वचन से हमें समझ मिलती है कि हमारा शरीर और मन हमारे आत्मा के एक अंश हैं। यह न तो शरीर को तबाह करती है और न ही मन को दुखी करती है।

6. “मनुष्य का जीवन न तो एक ही दिन होता है और न ही एक ही पल। इसलिए, हमें अपने जीवन के हर लम्हे को समझ कर उसे बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए।” – श्री रविशंकर
इस वचन से हमें समझ मिलती है कि हमारी जिंदगी बहुत महत्वपूर्ण होती है। हमें आज को महत्व देना चाहिए और उसे अपनी मर्जी के अनुसार जीना चाहिए।

इन हिंदी वाक्यों से स्पष्ट होता है कि आत्मा का संदेश हमें शांति, सुख और समृद्धि की ओर ले जाता है। हमारे जीवन में सफलता की कुंजी हमारे आत्मा में ही छिपी हुई है। हमें अपने अंतर आत्मा से जुड़ना चाहिए ताकि हम अपने जीवन को सभी संभव सुखों से भर दे।

कागा जी

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