Title: एक अनोखी मुठभेड़ की कहानी
यह कहानी है एक शैतान से जिसने किसी को सांत्वना नहीं देना था। उसकी अनोखी मुठभेड़ थी जो किसी ने नहीं देखी थी।
वह एक गांव में रहता था जहां हर किसी को उसने परेशान किया था। वह रोज गांव के सबसे बड़े मैदान में आता और लोगों को अपने सामने भयभीत कर देता था। उसे अपनी मुठभेड़ से असरित कर लोग भाग जाते थे।
गांव में एक लड़की थी जो चाहती थी कि आखिर शैतान उसे अपनी मुठभेड़ से छूटवाए। वह कई दिनों से मन ही मन उस बारे में सोच रही थी लेकिन कुछ नहीं हो पाया। फिर एक दिन उसने फैसला किया कि वह शैतान से मुठभेड़ करेगी।
मैदान पर जब शैतान आया तो लड़की ने उससे आगे आकर मुठभेड़ शुरू कर दिया। शैतान थोड़ा हैरान हो गया क्योंकि कभी उससे कोई मुठभेड़ नहीं किया था। धीरे-धीरे उसे लगने लगा कि यह लड़की कुछ अलग है। वह सामने खड़ी थी लेकिन उसे नहीं डर रही थी। इससे शैतान थोड़ा घबरा गया लेकिन फिर उसे एक ख्याल आया कि यह हैरतअंगेज कैसे हो सकता है।
फिर उसने लड़की को एक सवाल पूछा, “तुम इतनी बहादुर क्यों हो?”
लड़की ने कहा, “मैं दुनिया के सबसे शक्तिशाली इंसान से डरती नहीं।”
शैतान थोड़े अचम्भित हो गया। उसने फिर एक सवाल पूछा, “तो मुझसे क्यों नहीं डरती हो?”
लड़की ने हँसते हुए कहा, “क्योंकि तुम शक्तिहीन हो।”
शैतान जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। उसे एहसास हुआ कि जो इंसान भयभीत नहीं होता वह हमेशा कामयाब होता है। उसने लड़की से समझौता किया कि वह हमेशा इंसानों को सांत्वना देगा।
लड़की ने उसे दोबारा मुठभेड़ करने के लिए कहा। शैतान खुश हुआ क्योंकि अब उसे आधी दिन में ढेर सारी सांत्वना मिलेगी।
लड़की ने अब शैतान से बिल्ली कि तरह मुठभेड़ की शुरुआत कर दी। शैतान ने उसे डराने का पुराना तरीका अपनाया लेकिन इससे वह गुस्से से भर गया। उसने फिर एक सवाल पूछा, “तुम कौन हो?”
लड़की ने जवाब दिया, “मैं एक तांत्रिक हूँ। मैं इंसानों को सांत्वना देने के लिए यहाँ आई हूँ।”
यह सुनकर शैतान का दिमाग घूमने लगा। यह उसे बेहद चौंका देने वाली बात थी। उसने लड़की को तुरंत छोड़ दिया।
उस दिन के बाद से शैतान कभी किसी को परेशान नहीं करता था। वह लोगों की सहायता करने लगा और अब वह एक समझदार व्यक्ति बन गया था।
लड़की की मुठभेड़ शैतान के दिमाग में अपनी निजी मुथभेड़ के साथ मिलकर जोड़ गई थी। शैतान ने कुछ नहीं था लेकिन यह जानकारी उसे बदला देने में मदद मिली।
यह सब देखते हुए लड़की बड़ा खुश थी क्योंकि उसने शैतान को अपनी मुठभेड़ से नहीं हराया बल्कि उसे संजीवित किया। जिसने उसके मन में हमेशा से चले आ रहे प्रश्नों का जवाब दिया था। लड़की और शैतान एक नए संबंध के साथ एक दूसरे को सहायता करते रहे।
इस अनोखी मुठभेड़ की कहानी से हमें एक बड़ा संदेश मिलता है कि दुनिया में किसी से डरने के बजाय अपनी शक्ति के साथ संघर्ष करना चाहिए। शक्ति वह ताकत है जो हमें कामयाब बनाती है और कोई भी इंसान उससे डरता नहीं है।