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एक नन्ही सी लड़की की कहानी कृष्णा नाम की एक

Title: एक नन्ही सी लड़की की कहानी

कृष्णा नाम की एक नन्ही सी लड़की बहुत ही मेहनती थी। उसके माता-पिता गरीब थे और उनके पास पैसों की कमी थी। इसलिए, कृष्णा अपने घर के कामों में हमेशा माँ-बाप की मदद करती रहती थी। उसे स्कूल जाने का समय नहीं मिलता था, लेकिन वह कामयाब होने के लिए कड़ी मेहनत करती रहती थी।

कृष्णा के अध्यापक ने उसे कभी-कभी देखा था कि वह स्कूल नहीं आती है। अध्यापक ने उसके माँ-बाप से मिल कर बात की तो पता चला कि उनके पास इतना पैसा नहीं होता था कि वह अपनी बेटी को स्कूल भेज सकें।

इस बात को समझते हुए, उस अध्यापक ने उसे बेहतर समझदारी से सिखाना शुरू किया। वह उसे समझाता कि अगर उसने अपने अंदर का पैशन का पता नहीं लगाया तो उसे कभी सफल नहीं होने वाला है।

जब कृष्णा अपने जन्मदिन पर 10 साल की हो गयी तो, उसके जन्मदिन के मौके पर उसके पास एक स्केच पेंसिल मिला। उसने उस स्केच पेंसिल के सहारे चित्र बनाने शुरू किए। यदि उसमें कुछ गलत होता था तो वह ध्यान देती थी और फिर से शुरू कर देती।

कई महीने बीत गए और कृष्णा अब एक बेहतर मैकेनिकल इंजीनियर और कलाकार थी। उसके पास इतनी दक्षता थी कि उसके मित्र उससे अक्सर बातें करने के लिए आते थे। वह मित्र उसकी राय लेने के लिए उससे मदद लेते थे।

उस दिन से कृष्णा की ज़िन्दगी में एक नया अध्याय शुरू हुआ। उसे महसूस होने लगा कि उसके अंदर कुछ अलग है। उसे डर लगता था लेकिन वह अपने अल्फाज़ों का सहारा ले कर कुछ अलग करने में सक्षम हो जाती थी।

कई दिनों तक वह एक नया चित्र खींचती रही और उसे अपने कमरे में फ्रेम लगाने लगी। कुछ समय बीतते ही उसकी कला में इतनी उन्नति हुई कि एक महिला उसके चित्रों को देख उससे एक आदेश देने के लिए तत्काल उसके पास आ गयी।

यहाँ से उसकी जोरू की रींध में थोड़ा सा काल्पनिक दायरा टेढ़ा हो जाता है, जब एक अमीर महिला उसे नौकरी पर ले जाकर अपने कंपनी में रखती है। उसकी क्षमताओं और चुनौतियों को समझते हुए, वह उसे अपने कंपनी में नया आइडिया धुंधने के लिए बैठाती है।

वह अब एक सफल और नए आशिक्षणों वाली महिला बन गयी है जो अत्याधुनिक कौशल का इस्तेमाल करने के लिए तैयार है। उसे अब अपने उन्नत चित्रों और मैकेनिकल कार्यक्षमता का उपयोग करके, उसकी नई कंपनी में एक नया काम शुरू करना है।

यह कहानी हमें यह दिखाती है कि कभी-कभी हम अपने आसपास के चीजों को नजरअंदाज करते हुए कुछ अलग करने में सक्षम हो सकते हैं। जबकि कई लोग अपनी सफलता के लिए स्कूल और कॉलेज को नजरअंदाज करने जाते हैं, यह कहानी हमें एक मेहनती लड़की की कमजोर मूल्य स्थापित करती है।

कागा जी

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