काया और जन्नत की तलाश
एक समय की बात है जब विशाल और खूबसूरत जंगल था, जहां जानवर, पक्षी और पेड़-पौधों की शोभा बनी रहती थी। ये जंगल थे कुछ ऐसे, जहां जुड़े हुए थे कुछ रहस्यमयी किनारे।
इस जंगल में एक था एक बेहतरीन शेर, जिसके बारे में सब कुछ जानते थे। उसका नाम था नीलू, जो लोगों की मदद करने का बहुत ही शौकीन था। वह रोज जंगल में घूमता रहता था, और वहां के लोगों की मदद करता था।
एक दिन, नीलू ने जंगल में एक नई लड़की को देखा। वह बहुत खूबसूरत थी, इसलिए नीलू इसे बुराई से कभी देखता नहीं था। उसका नाम काया था। वह जानवरों से बात करना चाहती थी और उनसे संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहती थी।
नीलू काया से मिलने गया और उससे दवाई लेने के लिए एक वैद्य को आमंत्रित करने के बारे में बताया। नीलू कार्य के दौरान अक्सर वैद डिब्बे छोड़ देता था, जो जंगल के प्राणियों के लिए नहीं अच्छे थे। काया उस डिब्बे में से कुछ गाढ़े लाल रंग के तरल पदार्थ का उपयोग करना चाहती थी, जो उससे जानवरों के बारे में जानने के लिए मदद करते हैं।
नीलू ने काया को वैद के साथ मिलवाया और दवा लेने के बाद वह खुश नहीं दिखाई दी। नीलू ने काया को समझाने का प्रयास किया, लेकिन काया चाहती थी कि वह जंगल में खोज करें ताकि वह जानवरों की जगह और जीवन के बारे में और जान सकें।
इस दौरान नीलू ने काया की मदद करने का फैसला किया और उसे साथ ले जाने का फैसला किया। नीलू काया की मदद करने के लिए तैयार था।
दोनों जंगल में घूमते-फिरते थे और दोनों के जीवन में मजा आ रहा था। वे बहुत संतुष्ट हुए थे जब वे जंगल में कुछ अलग ही नजारों को देख रहे थे। वे घास के मैदान में एक फुल देख रहे थे, जिसमें इतनी ही लाली थी जितनी आसमान में सूरज के अस्त होने पर रात की लाली की जाती है।
काया नंगे पैर उसके दिशानिर्देश में निकल गई थी, जब नीलू कहा, “काया, इसे तुम्हें छूना नहीं चाहिए, यह सबसे खतरनाक फूल है।”
काया की हिम्मत मजबूत थी और वह फूल के पास जा रही थी, जब तभी एक भयानक साँप उसे देख लेता है। नीलू दौड़ ऊपर उठा था, जो साँप को समस्त ताकत से डरा देता है, लेकिन साँप नीलू का सामना करने में सक्षम था, इसलिए यह काया के पीछे दौड़ाने लगा।
इस समय, नीलू ने काया को पुल के पास को खाली जगह भागाया, जहां से वह साँप से बच सकती थी। साँप पीछे नहीं हटा था और अन्त में काया भी पुल के पास आ गई। उस वक्त नीलू आगे नजर आता है, जो साँप को फिसलते हुए देखता है और उसे पुल से नीचे गिरने को मजबूर करता है।
काया और नीलू को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें परेशानी नहीं हुई थी। उन्होंने अपने वापसी के दौरान एक दूसरे को बखूबी सपोर्ट किया और उन्होंने यह भी सीखा कि साथ रहने से हमेशा आराम मिलता है।
काया और नीलू ने उन्हें अधिक जानवरों और दृश्यों के बारे में बताया और अपने जीवन भर एक दूसरे के लिए सपोर्ट करते रहते। उन दोनों के साथ रहना जीवन के लिए सबसे बड़ा हीरा होता है, जो दोनों को खुश रखता है और समझदार बनाता है। इसी तरह काया और नीलू जीवन भर साथ निभाएंगे और सहयोग करेंगे।