जीवन का सफर
एक समय की बात है, एक शहर में एक लड़का जिसका नाम सहील था वह बहुत निराश हो गया था जीवन से क्योंकि उसके परिवार पर संभावनाओं की भड़ास होती थी। उसने लगातार धोखे खाए थे, प्यार में लग गया था लेकिन हार गया था, उसका हमेशा इंटरनेट पर ऐक टूप था कि इस वर्ष मुझे सफलता मिल जाएगी।
न तो उसके पास कोई दोस्त थे न उसे अपने परिवार से कोई सहारा मिलता था। उसे लगता था कि जीवन सफर बहुत मुश्किल है, जो सभी के सामने आती है। लेकिन एक दिन, वह उस संदेश से मिला जिसने उसकी जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया।
एक दिन वह एक वृद्ध से मिला जिसने उसे समझ ही दिया। वह बताता था कि जीवन सफर नहीं होता, वह सफर है जिसमें अन्तरिक्ष हासिल करना होता है। उसने सहील को बताया कि उसे एक अच्छा समय मिला है क्योंकि जीवन सफर बिना उतार-चढ़ाव के नहीं हो सकता।
सहील समझ गया कि यहीं उसकी जिंदगी की भूमिका है। उसने जिंदगी में नया मकसद लगाया – उसे अपने आप को दिखाना था कि वह अधिकारी बन सकता है। उसने खुद को काम में लगा दिया और नतीजतन उसे एक आलसी लोगों का नक़ाब से परदा उतारने का मोका मिला।
सहील अपनी मेहनत और उत्साह के साथ इस हकीकत से लड़ा, जो उस वस्तु के लिए जो मानवता के लिए महत्वपूर्ण है। वह कभी हार नहीं मानता था। वह अपनी सफलता के लिए निरत रहता था। उसने धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए देखा कि उसने आखिर क्या पाया।
उन दिनों सहील अपनी मेहनत में लग गया और अगले साल अधिकारी बन गया। वह अपने जीवन का सफर नहीं मानता था, वह बस एक बचपन का सपना था जो उसने पूरा कर लिया था। सहील ने सफल होने के बाद नहीं सोचा कि उसने सिर्फ अधिकारी बना है। वह बता सकता था कि वह सामाजिक जीवन में कितना महत्वपूर्ण है और उसने उससे जो कुछ सीखा है, उससे उसकी प्रेरणा हुई।
सहील ने समय-समय पर आईएएस ऑफिसर से अलग-अलग विषयों पर सेमिनार करवाए थे। उसने कई विद्वान सदस्यों से हमेशा अच्छी मित्रता की।
उसके पहले दुष्ट फिर उसे लड़ना था। उससे पहले वह अधिकारी बनने से नहीं घबराया। उसने हमेशा स्वयं को सबसे अच्छे तरीके से तैयार किया। उसने हमेशा अच्छा खेलने का प्रयास किया जो उससे मिलता था।
लेकिन एक दिन, सहील की जिंदगी में कोई ट्विस्ट आया। उसने जिंदगी के वह पल भी देखे थे जब उसने एक बड़ी गलती की थी। वह आखिरत में जानता था कि उसके लिए यह क्या मायने रखता है।
इसके बाद सहील को नियमित रूप से एक नई जिंदगी की शुरुआत करनी पड़ी, भले ही उसे ज्ञान के बिना नहीं पता था कि उसके साथ क्या हुआ है। वह अब अपनी जिंदगी के सफर पर है जो उसे सीखने के लिए हर दिन कुछ नया देता है।
इस जीवन के सफर को सही तरीके से जीतने और डरावने मोड़ों से निकलने को जारी रखने में, सहील ने अब सुनिश्चित किया है कि वह हमेशा सकारात्मक रहेगा। उसने अपने जीवन का सफर क्यों नहीं काम से सीखा है, इसे बनाए रखने के लिए उसने हमेशा सकारात्मक रहने का बेहतरीन तरीका सीखा है।
सहील ने अपनी सफलता के क्षेत्र में बहुत उन्नति हासिल की है, लेकिन सभी कुछ एक दिन में नहीं हो सकता था। उसके लिए इतना सही नहीं है कि वह हमेशा उसी तरीके से हासिल नहीं हुआ। सहील ने शुरुआत से अपने सपनों के पीछे जाने का निर्णय लिया था, और अब वह आपको अपने सफलता के उपाय सहित सदा सही दिशा में निर्देशित करेगा।
उस बुरे समय में जब सहील ने समझ लिया था कि जीवन सफर नहीं होता, वह सफर है जिसमें अन्तरिक्ष हासिल करना होता है, तो उसने यह समझ लिया था कि जब तक वह हर समय भागीदार होता है और सबक से सीखता है, वह जीतता है। और जीतने के दिन बहुत होते हैं, सहील ने इसी सोच के साथ अपने जीवन से जुड़ी सभी मुश्किलों का सामना किया था।