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खुदाई की तलाश

Title: “खुदाई की तलाश” (In Search of Treasure)

एक गांव में एक गरीब आदमी रहता था। उसकी असली थाली में तो खाने और पहनवे के लिए खुदाई के अलावा और कुछ नहीं था। रोज़ वह खेत पर खुदाई करके अपने और अपने परिवार के लिए दिन का व्यक्तिगत रोज़गार करता था। जितना कमाता, उतना ही खाता था। परिश्रम और मेहनत के बावजूद, उसके जीवन में संतोष की कमी होती थी। बार-बार उसके दिल में एक चिंता उठती थी कि क्या उसकी तलाशी पड़ेगी कि कुछ ऐसा खोज लेगा जो उसे दौलतमंद बना देगा।

एक दिन, उसकी तलाशी उसे जंगल में ले गई। उसने सही थोड़ी खोज दी थी कि एक पुरानी किताब मिली। तब से एक नया जीवन उसने शुरू कर दिया। उसे खुदाई से सम्बंधित दाद के पाठने की खुशी हुई।

उसकी पुरानी किताब के अनुसार, गुप्त एकांत जगहों में खोज करने पर धनी पुरुषों की मदद हो सकती है। यह सुनकर, उसने अपना टूल पैक किया और गुप्त एकांत जगह ढूंढने वाले मित्रों की तलाश में निकल पड़ा। वह जंगल की खोज में कुछ लोगों से मिला, जो वहीं उसी मिशन में थे। दोस्त थे वे सभी क्योंकि उनका लक्ष्य भी था खोज करना और धनी बनना।

इन दोस्तों ने एक साथी में और गहरे नदी के पास एक जगह पाई जहां खजाना हो सकता था। उन्होंने प्राप्त गुप्त जगह का परीक्षण किया, और यहा वास्तव में भविष्य का दौलतमंद तलाशा जा सकता था।

जैसे ही ढली रात, सभी दोस्त नदी पार करके उस झोपड़ी में गए जहां खजाना हो सकता था। वह वास्तव में बड़ा आकर्षणीय था तथा विभिन्न संकेतों द्वारा चिह्नित था। कमरे के अंदर एक खड़े होने वाले पत्थर ने ध्यान आकर्षित किया। एक भयावह वातावरण था और सभी ने थोड़ी देर तक अपने आसपास घुमने और तलाशने के बाद यकीन करना शुरू किया कि खजाना यहीं छिपा हो सकता था।

पत्थर को हटाने के बाद, एक घर में वे दुर्लभ धन के सिक्के, मोती से भरे पेशेवर्मोंहर, और अन्य रत्न देखे गए। सबने इतनी खुशी महसूस की कि वे एक-दूसरे के द्वारा गले मिलने लगे।

“हम काबिलए-वक्त हासिल किए!” एक सबील उच्चरित किया। “हम लोगों ने अपने मेहनत और समंदर से बढ़ चढ़ कर जंगल के अंदर खुदाई की और सही खोजी की!”

“हाँ, तुम सब को बहुत धन्यवाद जो तुम लोग मेरे साथ आए!” वो आवाज़ उड़ सकती थी। अब रात थी और सब एक साथी के महान और अनमोल खजाने के साथ नदी के पार जा रहे थे। खुबसूरत चांदनी रात थी, जब धनी आदमी और उसके अदिति परिवार, उनके भगवान् को धन्य करने और वानजी का स्वागत करने के लिए संगठित हुए।

जब उन्होंने अपनी मेहनत, परिश्रम और त्याग को आदर्श रूप में बिताने का मार्ग चुना, तो आखिर खुदाई में उसे सफलता मिली थी। धन की प्राप्ति से उसका पुराना रोज़गार भी समाप्त हो गया था।

इस कहानी से हमे यह सिख मिलती है कि मेहनत, समर्पण और धैर्य धन की प्राप्ति के लिए महत्‍व पूर्ण होते हैं। जीवन में हमेशा प्रयत्न और मेहनत करना चाहिए, क्योंकि बिना संघर्ष किए हम अपने लक्ष्य को नहीं प्राप्त कर सकते हैं। सच्चे संघर्ष के बाद ही, हमधन, सम्मान और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

कागा जी

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