Title: एक प्रेम कहानी
अमित पुलिस अधिकारी था। वह बहुत सहनशील व्यक्ति था और हमेशा दुसरों की मदद करने के लिए तैयार रहता था। वह हर रोज अपने काम के समय सभी कर्मचारियों के लिए अच्छी तरह से खाना बनवाता था। उसे देखकर सभी मानते थे कि अमित बहुत समझदार आदमी है और उसकी जिंदगी में कोई गलत कदम नहीं उठाता है।
एक दिन अमित अपनी दोस्त सेजल से मिलने गया। वह एक महिला पुलिस अधिकारी थी और अमित की बहुत अच्छी दोस्त थी। सेजल के चेहरे पर कुछ परेशान लग रहा था। अमित ने पूछा, “सेजल, क्या हुआ? तुम इतनी परेशान क्यों हो रही हो?”
सेजल ने अमित को अपनी एक समस्या के बारे में बताया। वह बताई कि उसे पिछले दो सप्ताह से एक अज्ञात नंबर से नोट्स मिल रहे हैं और वह इस मुद्दे से बहुत परेशान है। उसने पुलिस डिपार्टमेंट में शिकायत भी की है लेकिन अभी तक उसे कोई फायदा नहीं हुआ है।
अमित ने सेजल को शांत करने का प्रयास किया और कहा, “सेजल, तुम घबराने की कोशिश ना करो। मैं तुम्हारी मदद करूँगा। मैं तुम्हारे साथ रहूँगा और देखता हूँ कि क्या कर सकते हैं।”
अमित ने सेजल के समस्या का समाधान निकालने के लिए अपनी टीम से मदद मांगी और वे अपने साथ एक तकनीकी टीम भी ले आए। उन्होंने सेजल के फोन में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया और उसे देखा कि कौन सा नंबर सेजल को नोट्स भेज रहा है। उन्होंने यह भी पता लगाया कि उस नंबर से किस दिन और कौन सा समय नोट्स भेजे गए थे।
अमित ने इस समस्या का समाधान निकाल लिया और उसे देखकर सेजल बहुत खुश थी। उसने अमित का धन्यवाद दिया और उसका शुभ चिंतक बनने का प्रस्न्न किया।
फिर एक दिन अमित के अफसर कृष्णा अपनी समस्या के बारे में बताने उससे मिली। वह अपने पति संग विवाहित थीं और उनका विवाह काफी समय पहले हुआ था। उनकी शादी के बाद से ही उनके ससुराल में उनकी विरोधिता थी और अब तक वह आपसी सौहार्द का कारण खोज रही थी।
अमित ने कृष्णा को शांत करने के लिए उसे अस्थायी पासपोर्ट दे दिया जिसके माध्यम से वह एक घंटे के लिए दूसरे देश में फिर से घुम सकती थी। यह करके उसने कृष्णा की समस्या का समाधान कर दिया था।
दोनों को अपनी समस्या का जल्दी से समाधान मिल गया था इसलिए अमित को दोनों से लगाव होना शुरू हो गया था। दोनों प्रतिसपर्धा की स्थापना करने लगे थे कि जो उनमें सबसे ‘सेंस ऑफ ह्यूमर’ वाला होगा, उसे मौका मिलेगा राज्य स्तर के छात्रों के साथ इस स्तर पर प्रतिस्पर्धा खेलने का। अमित और सेजल दोनों एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार थे।
दोनों छात्रों की प्रतिस्पर्धा काफी रोमांचक थी। वह दोनों की मुकाबला करते हुए गतिविधियों के विभिन्न आयाम, उनके संस्कार, दर्शीता, असमंजस की स्थिति, संभावित सम्मेलनों के संबंध में प्रश्न उठाती थी।
प्रतिस्पर्धा के अंत में, अमित को जीत मिली और सेजल उस समय बहुत दुखी थे। दो दिनों तक, वह हर जगह शिकायत करते फिरती थी कि खराब ऐसा कुछ नहीं हुआ था। पर अमित ने सेजल को संबोधित किया और बताया कि जीत हासिल करने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम प्रयास करें।
सेजल ने यह बात समझी और वह एक अफसर के रूप में अमित से कुछ सिखने लगी। अब उसे लगता था कि उसका जीवन बदल गया है और अब वह हमेशा सकारात्मक सोचती रहती है।
फिर उनकी दोस्ती में प्रतिस्पर्धा का अंत हो गया था, उन्होंने धीरे-धीरे दोस्ती का रिश्ता कई गुना मजबूत कर लिया था और अब उन्हें जीत हासिल होने के लिए दोस्तों की जरूरत नहीं थी। अमित ने सेजल को पूरी तरह समर्थन दिया था और आज उनकी दोस्ती का रिश्ता सबसे मजबूत, भरोसेमंद हो गया था।
इस प्रकार, एक पुलिस अफसर के जीवन में, दो परेशान आवाजों के रूप समस्याएं आईं, लेकिन अमित ने इन समस्याओं का समाधान निकाला और फिर उन समस्याओं से निजी शिक्षा भी प्राप्त की। उसने दो दोस्तों के बीच प्रतिस्पर्धा का रिश्ता मजबूत कर दिया, उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद भी लोगों की मदद करते रहे और सार्थक जीवन बिताया।