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असंभव मिशन एक बार एक सरकारी अधिकारी ने एक असंभव

Title: असंभव मिशन

एक बार एक सरकारी अधिकारी ने एक असंभव मिशन पर निकलने का फैसला किया। उनका मिशन था कि वह एक स्कूल बनाएं जो दबंगों के लिए हो। लोग उनसे मजाक उड़ाते रहे थे कि कैसे होगा ये मिशन सम्भव।

अधिकारी ने अपने टीम को बनाया और स्कूल बनाने के लिए शुरूआत की। लोगों ने उन्हें घृणा से देखा क्योंकि इस स्कूल को दबंगों के लिए बनाना स्पष्ट रूप से उनकी नज़र में गलत था।

अधिकारी ने ओर भोर से काम करना शुरू किया। अक्सर उन्हें नींद का सामना करना पड़ता था लेकिन वे हार नहीं मानते थे। अधिकारी की स्टेशनरी शॉप में इंटर्न बच्चे एक दिन एक दबंग गुंडे का रास्ता रोक रहे थे।

अधिकारी आते ही गुंडे भाग गए। इंटर्न बच्चे उस दिन के बाद से उन्हें दबंगों के लिए स्कूल बनाने की मिशन में मदद करने का फैसला ले लिया।

कुछ दिनों बाद, अधिकारी का स्टेशनरी शॉप और इंटर्न बच्चों का खुद का समूह पहले से ज्यादा बढ़ गया था। उन्होंने एक फंड रेज़ से प्रोजेक्ट शुरू किया जो दबंगों को उनके जन्मभूमि में स्कूल जाने के लिए बढ़िया मुफ्त शिक्षा प्रदान करता है।

मुश्किलों भरी उन दिनों में, अधिकारी वह स्कूल बना लेने के लिए भले ही लोगों से छुपकर काम कर रहे थे लेकिन सब उनके मिशन के बारे में जान गए थे। वे उनसे उठापटक मिलते और अपनी सहयोग और मदद की पेशकश करते थे।

बेहद कम क्रिश्चन धर्मांतरणवादी लोग भी उनकी मदद करने लगे थे। उनकी मेहनत और एकता ने उन्हें सफलता की ऊंचाइयों की तरफ ले जाने में मदद की थी।

अंत में, स्कूल खड़ा हो गया था और उसमें जो लोग शैक्षिक सक्षमता से वंचित थे, उन्हें मुफ्त में शिक्षा प्रदान की जाती थी। यह सफलता एक बड़ी जीत थी दबंगों और उनके करीबी लोगों के लिए, और अधिकारी व उनकी टीम के लिए भी जो हर मुश्किल जाने के बाद लहराती थी।

यह मिशन संभव हुआ जो दोस्ती, समझौता और सहयोग पर आधारित था। लोग उन्हें जब तक नहीं जानते थे तब तक यह असंभव लग रहा था लेकिन इस मिशन से सबको यह सीख मिली है कि हर असंभव काम संभव हो सकता है, सिर्फ सहयोग और प्रयास की आवश्यकता होती है।

कागा जी

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