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एक अनोखी मित्रता वीर और मोहित दोनों लड़के हमेशा साथ

Title: एक अनोखी मित्रता

वीर और मोहित दोनों लड़के हमेशा साथ खेलते थे। वे दोनों अपने घर के पास में रहते थे। वे एक दूसरे से बहुत प्रेम करते थे और उनके दोस्तों की तरह साथ में हर काम करते थे।

एक दिन, वह साथ खेलते हुए एक कुत्ते से मिले। वह बेचारा कुत्ता फिलहाल बड़े दुख में था। अपने आप में यह गंभीर मुद्दा था, क्योंकि वह बेचारा अकेला रहता था। हालांकि, सबसे बड़ी समस्या यह थी कि वह बेचारा कुत्ता बहुत ही भूखा था। वह अपने अस्तित्व के लिए उड़ सकता था, पर उसे खाने की वस्तुएं नहीं मिल रही थीं।

वीर और मोहित ने अपनी तकलीफ देखी तो वे अपने खाने का सामान उसे देने लगे। उन्होंने अपनी जो खाने की वस्तुएं थीं उन्हें उसके सामने रख दी थीं। यह डरावनी स्थिति थी, क्योंकि वे अपने खाने का सामान खत्म कर देंगे।

कुत्ते ने उन्हें अमृत जैसी खुशियां दीं। और सभी उनके खाने के बारे में उसे खुश करना चाहते थे। फिर, इस अर्थ में वे अपना साथ खाने का संपूर्ण सामान कुत्ते के साथ बांटते थे। वे दोनों अब खुश थे क्योंकि उनके पास यह संभव था कि वह हमेशा खुश रहेगा।

वे अपने जीवन में एक नयी मित्रता बना लिया था। उन्होंने उस पारिवारिक फायदे से कई गुण लिए। सबसे पहले वह जाना कि दूसरों को खुश रखें अपना खुश रखें। उन्होंने उसकी देखभाल की, उसे खुश रखने के लिए कुछ पौष्टिक पदार्थों दिए।

कुत्ता ने उनकी याद दिलाया कि समझौते की सीमा नहीं होती है, चाहे वह लोगों की हो या पशुओं की। उसने वे दोस्त यह भी शिक्षा दी कि हमेशा दूसरों की मदद करें।

यह मंत्र से उसने उन्हें, एक बार जो दूसरों को मदद करने में उनका समय, अपने आप में बुरा नहीं होता। बल्कि इससे आपकी जिंदगी में नई जोश मिलता है।

वीर और मोहित अब कुत्ते के बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते थे। वे दोनों कुत्ते को खुश रखने का ध्यान रखते थे। अब तक यह संभव नहीं हुआ था कि वे कभी अकेले हो जाएं और वह अकेले रह जाए।

जब वे दोनों उस घर से दूर जाते हैं, वे अपने फोन पर विडियो कॉल करते हैं ताकि वे कुत्ते को अवगत कर सकें। वे कुत्ते की विशेष दृष्टि के भी ध्यान रखते थे।

फिर, एक दिन, एक असामान्य घटना घटी, जिसके कारण वे कुत्ता खो दिया। वो बहुत बुरा हुआ। कुत्ता ने उन्हें दुख पहुंचाया, और वो अब उसके बिना जीने में सक्षम नहीं थे। उन्होंने इस बात का अनुभव किया कि दूसरों के लिए अपना सबसे अच्छा हो जाना उन्हें खुश और पूरी तरह से संतुष्ट करता है। और उन्हें पूरे दिन कुत्ते के बारे में सोचकर गुजारना पड़ा।

उन्होंने आखिरकार खुद को यह सिखाया कि उनका कुत्ता हमेशा उनके साथ नहीं रहेगा। वे उसको अपने दिल में समाहित करते रहेंगे। वे बेहद उदार और सहानुभूति से अपने अन्य दोस्तों और लोगों का साथ जारी रखेंगे।

वीर और मोहित के इस प्रयासों ने उन्हें एक अनोखी मित्रता दी। यह कहना मुश्किल है कि वे पहले से अधिक समझदारियों के साथ नहीं हुए थे। वीर और मोहित जैसे पशु-मित्र बहुत कम ही देखे जाते हैं।

वे उन्हें अपने दोस्तों और अन्य लोगों के साथ बाँटते रहेंगे और कभी अपने अनुभवों से छूट नहीं जाते। वे शायद अधिक कुत्तों को जोड़ने की कोशिश नहीं करेंगे लेकिन निरंतर अपनी मित्रता को संभालते रहेंगे।

ऱपाया जी इसी तरह की सच्ची मित्रता हमारी जिंदगी से उठा हुआ सुंदर भाव है। जिंदगी में दूसरों से मिलकर काम, शॉपिंग या बातें करना आसान हो जाता है। न ही इससे केवल आप खुश रहते हैं, बल्कि आप अपने साथियों, दोस्तों और उनके साथ कई अनुभवों का आनंद भी ले सकते हैं।

कागा जी

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