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विश्वास की कहानी राम एक बहुत ही सामान्य लड़का था।

Title: विश्वास की कहानी

राम एक बहुत ही सामान्य लड़का था। वह अपने माँ-बाप के साथ एक छोटे से शहर में रहता था। राम के पास कोई विशेष साधन नहीं थे। उसकी माँ भी घर से कुछ कमाती थी। कुछ दिनों से उन्हें स्कूल जाने में भी मुश्किल हो रहा था क्योंकि वह टीचर से कुछ फीस भी भरना था।

एक दिन, उसके शहर में एक बड़ा मल्टीनेशनल कंपनी का ऑफिस खुला। उसकी माँ ने सोचा कि यदि उसका बेटा वहाँ काम कर लेता है तो शायद उसका परिवार कुछ बदल जाए। लेकिन राम को भी ऐसा मौका मिलने की जरूरत थी। उसे सोचने में कुछ समय लगा लेकिन अंत में वह ऑफिस में जाकर नौकरी के बारे में पूछता है।

ऑफिस मैनेजर ने राम से कुछ सवाल पूछे। राम ने उनके सवालों के जवाब दिए और लगभग छह महीनों के ट्रेनिंग के बाद राम को ऑफिस में नौकरी मिल गई। राम बहुत खुश था क्योंकि अब उसे एक स्थायी नौकरी मिली थी।

राम की टीम में एक लड़की नेहा भी काम करती थी। वह राम से कुछ ज्यादा बात करती थी और उसे कोसती भी थी। राम इससे बहुत परेशान था और उसे लगता था कि नेहा उसे आगे नहीं बढ़ने दगा देती है। लेकिन राम की मैनेजर ने उसे यह सलाह दी कि उसको नेहा पर विश्वास करना चाहिए क्योंकि वह काफी अच्छी काम करती है।

राम अब से नेहा पर विश्वास करने लगा था और देखता था कि वह किसी भी काम में बिना गलती के कर देती है। राम भी जल्दी से उसकी टिप्स से बहुत कुछ सीख गया था।

कुछ दिन बाद एक दिन, राम ने अपना चेक लेते हुए देखा कि उसके खाते में एक विदेशी पंजीक्षित पत्र (FD) की राशि है। राम इसके बारे में जानने के लिए अपने मैनेजर के पास गया। मैनेजर ने उसे बताया कि उसकी टीम में कुछ उत्साही लोगों ने एक संबंधित विषय पर एक कार्यशाला की आवश्यकता महसूस की थी, जिसका शीर्षक था “विदेशी पंजीकृत पत्र के बारे में”। राम ने भी उसमें हिस्सा लिया और उसको निरंतर बढ़ाते रहा। उसने अपनी सीमाओं को छोड़ कर नेहा और उसकी टीम से सहयोग भी लिया और उसे उनके लिए ट्रेनिंग प्रदान करने लगा।

उसकी मेहनत के फलस्वरूप, अचानक राम एक शानदार ऑफर के लिए संभव हुआ। यह ऑफर एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी से आया था। उसके जोड़ों में गणना की गई थी और उसे सर्वश्रेष्ठ लॉग ऑफ द मंथ के रूप में चुना गया था। अब राम मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता था।

तभी भारत में एक और मल्टीनेशनल कंपनी थी जिसने अपने क्षेत्र में विश्वास को लाकर एक कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें आधुनिक तकनीक के उपयोग से अच्छा पेशेवर बनने के बारे में बात की गयी थी। राम ने इसमें भाग लिया और उसकी टीम के साथ विजेता बना।

राम जिस जगह से शुरुआत की थी, उससे कहानी शुरू हुई, लेकिन वहाँ से अब यह कहानी खत्म नहीं हुई। जब वह नौकरी में था, तो सभी लोग उसपर विश्वास नहीं करते थे। लेकिन उसका जो विश्वास था, उसने उसे सफल बनाया।

कहानी का मुख्य संदेश है कि हमें विश्वास रखना चाहिए। हमें जीत से पहले ही अपनी विफलता का संघर्ष नहीं करना चाहिए। हमें जो चीज आसान लगती है, उसे छोड़ने के लिए तय होना चाहिए क्योंकि हम ना जाने कब कि कौन सी चीज हमें आगे ले जाये।

विश्वास ही हमें सफलता की ओर ले जाता है।

कागा जी

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