Title: स्कूल की यादें
एक छोटे से गांव में रहने वाले बच्चे ने अपने जीवन के कुछ सबसे सुखद और अविस्मरणीय पल स्कूल में बिताये। तीसरी कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक आज वह कुछ महत्वपूर्ण और सुखद घटनाओं का जिक्र करेगा जो स्कूल के दिनों में हुए थे।
कॉलेज छोड़ने के बाद से, वह अपने स्कूल के दिनों की यादें स्मृति सुविधा से संबंधित रखता है। उसे अपनी स्कूल लाइफ पर आशा थी कि एक दिन उसे उन दिनों के लोगों से मिलेगा और दोबारा उन्हें अपने साथ जोड़ने की शुरुआत करेगा।
पहली याद है, जब वह अपनी टीचर को बहुत पसंद करता था। उसका नाम मिस रोजर्स था। मिस रोजर्स से उसे पढ़ाई करवाने में बड़ा मजा आता था। उसने उन्हें रोजमर्रा की जिंदगी पर आलोचना की और उंहें पढ़ाई के लिए उत्साहित किया।
दूसरी याद है, जब उसकी टीचर उससे पुलिंग करती थी। वह उसे खिचड़ी खिलाती थी और उसे फल और आटे के पकवान लेकर आती थी। उसे नहीं पता था कि उसके टीचर को यह सभी बच्चों के साथ ऐसा ही व्यवहार करती है। उसे अपनी शिक्षिका की जतन की सीख मिलती थी।
तीसरी याद है, जब वह आराम से उसकी पढ़ाई करता था। उसकी टीचर उसे शांत करती थी और उसे कुछ पेज देती थी जिस तरह से उसे पढ़ना था। उसे स्कूल का मेरा सबसे सुखद अनुभव यह लगना शुरू हो गया था कि उसे अच्छी तरह से पढ़ाई करने के लिए एक जगह मिल गई है जहां वह बिना किसी चिंता के अपने शिक्षक से सीख सकता था।
चौथी याद, जब उसे स्कूल का सबसे दर्दनाक अनुभव हुआ था। वह बारहवीं कक्षा में था और उसने अपना प्रश्न पत्र गुम कर दिया था। उसे लगा था कि उसे गलती से गंवा दिया गया है, लेकिन उसकी शिक्षिका ने उसे यह बताया है कि वह एक परिवेश में हो गया है जहां एक दूसरे को मदद करना एक सद्भावना का अंग है। उसकी शिक्षिका ने उसे अपना विश्वास दिलाया कि उसे अपने सहयोगी का साथ देना चाहिए जो उसे यहां उबलने में मदद कर सकते हैं।
आखिरी याद है, जब वह अपनी स्कूल की सबसे अच्छी यादें बनाता था। एक बार उसके सारे सभी दोस्त उस स्कूल से बाहर जा चुके थे, लेकिन उसने उनसे अभी भी संपर्क बनाए रखा है। वह उनसे टेलीफोन, फेसबुक और अन्य सामाजिक मीडिया के माध्यम से टोना-टोटका करता है। अभी भी वो अपने कक्षा के दोस्तों से संपर्क में बने हुए हैं।
बच्चे के जीवन के इन पुराने स्कूल के दिनों का जिक्र करते हुए, उसने महसूस किया कि उसके स्कूल जाने के दिनों में उसने कुछ建设 किया था। वह कभी स्कूल नहीं भूल पाएगा।